Bharat Vishal

Monday, October 25, 2010

भारत प्रभुत्वशाली शक्ति होगा : रिपोर्ट

वाशिंगटन। भारत की सामरिक स्थिति और रण कौशल आने वाले २५ वर्षो में हिंदमहासागर क्षेत्र में उसे दक्षिण एशिया और प. एशिया एक प्रभुत्वशाली शक्ति बना देगा। अमेरिका की ज्वाइंट फोर्सेज कमांड ने उभरती प्रौद्योगिकी और भौगोलिक, राजनीतिक स्थितियों पर जारी अपनी हालिया रिपोर्ट में यह बात कही है और लिखा है कि भारत महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा क्योंकि अमेरिका क्षेत्रीय और यहां तक कि वैश्विक शक्ति के रूप में भारत को प्रोत्साहित कर रहा है। यहां जारी ज्वांइट आपरेटिंग एनवायरमेंट (जेओई) २०१० रिपोर्ट में कहा गया है कि भविष्य के अंतरराष्ट्रीय माहौल में भारत की विशेष भूमिका होगी। अमेरिका की भविष्य की सामरिक गणनाओं में कुछ देश विश्व में प्रमुखता से उभर सकते हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत की सेना वर्षों में अत्यधिक मजबूत होगी। हिन्द महासागर में उसकी सामरिक स्थिति और उसके रणकौशल की वजह से भारत दक्षिण एशिया और पश्चिम एशिया में एक प्रभुत्वशाली शक्ति बन जाएगा। पेंटागन की रिपोर्ट में कहा गया है कि आगामी २५ वर्ष में देशों के बीच शक्ति संतुलन की स्थिति बदल जाएगी क्योंकि कुछ देश अमेरिका की अपेक्षा तेजी से आगे बढ़ रहे हैं जबकि बहुत से अमेरिका से कमजोर हो रहे हैं।
यह उल्लेख करते हुए कि आगामी दो दशकों में भारत संपाि के मामले में चौगुनी से अधिक तरक्की कर सकता है किंतु २०३० के दशक तक उसकी ज्यादातर आबादी के गरीबी में रहने की संभावना है। रिपोर्ट में कहा गया है कि चीन जैसे देशों में इससे अमीर तथा गरीब के बीच तनाव बढ़ेगा। रिपोर्ट में कहा गया कि धार्मिक विभाजन के साथ ही इस तरह के तनाव से उसकी आर्थिक वृद्धि और राष्ट्रीय सुरक्षा प्रभावित होती रहेगी। इसमें कहा गया कि हालांकि सोवियत संघ के पतन के बाद अंतरराष्ट्रीय क्षितिज पर अत्यधिक महत्वपूर्ण एकल घटना के रूप में चीन का उभार दिखता है किंतु यह एकमात्र कहानी नहीं है। रिपोर्ट के अनुसार रूस और भारत दोनों के धनी बनने की संभावना है। रूस की शक्ति हालांकि कमजोर हो रही है। उसकी अर्थव्यवस्था सिर्फ हाइड्रो-कार्बन आधारित है और उसके पास क्षीण हो रहे आधारभूत ढांचे को दुर्स्ति करने के लिए गंभीर निवेश का अभाव है। इसमें भारत-पाक के बीच परमाणु युद्ध की भी संभावना व्यक्त की गई है और कहा गया है।

4 comments:

शिक्षामित्र said...

बेशक। दुनिया ने इस बात को स्वीकारना भी शुरू कर दिया है। अच्छा है। शक्ति का विस्तार चौतरफा हो तो फिर कहने ही क्या!

DR. ANWER JAMAL said...

Insha Allah
भारत प्रभुत्वशाली शक्ति होगा .

खबरों की दुनियाँ said...

अच्छी खबर ,शुभ हो ।

भारत एकता said...

वन्दे मातरम वन्धुवर,
भारत प्रभुत्वशाली शक्ति होगा .बहुत सुंदर

अपनी बात अधिकाधिक लोगों तक पहुचाने के लिए मैंने एक सार्वजनिक ब्लॉग बनाया है आप अपनी लेखनी को यहाँ भी चलाये,

भारत प्रभुत्वशाली शक्ति होगा .
http://bharatakta.blogspot.com/